झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बार फिर कहा है कि रोजगार देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है. मनरेगा के तहत तीन नई योजनाएं चलाई जा रही हैं. शहरी श्रमिक रोजगार योजना भी शुरू की जा रही है, ताकि शहरों में रहने वालों को भी रोजगार मिल सके.
तीन दिनों के दुमका दौरे पर गए हेमंत सोरेन ने मंगलवार को मसलिया प्रखंड स्थित धोबनाहरिण बहाल, सांपचला, कुसुमभट्टा और मोहनपुर पंचायत में आयोजित जनता आपके द्वार कार्यक्रम में ये बातें कही.
हेमंत सरेन ने कहा कि शहरी श्रमिक योजना के तहत रोजगार नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता देने का भी प्रावधान किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ''कोरोना महामारी ने हमारी अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है. इस वजह से कई फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं. लोगों की नौकरियां चली गई है. बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ी है. लाखों प्रवासी मजदूर वापस आए हैं. ऐसे में इन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने पहल शुरू कर दी है.''
उन्होंने घोषणा की है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों क वृद्द्वस्था पेंशन और किसी भी उम्र की विधवा को विधवा पेंशन योजना का लाभ दिया जाएगा.
लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले, इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है. झारखंड के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. इस दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है.
उन्होंने कहा कि राशन कार्ड में नाम जोड़ने, लाभुकों तक योजनाओं को पहुंचाने. स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार, लोगों को रोजगार देने समेत राज्य के विकास के लिए सरकार पहल कर रही है.
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि अगर उन्हें किसी तरह की परेशानी है तो इसकी जानकारी प्रशासन को दें. उनकी समस्या दूर की जाएगी. सरकार हर व्यक्ति तक विकास को पहुंचाने के लिए कृत संकल्प है.
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